चुनाव आयोग 18वीं लोकसभा के लिए शनिवार को चुनाव तारीखों का ऐलान करेगा. चुनाव तारीखों के ऐलान के साथ ही देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी।
चुनाव आयोग शनिवार को शाम 3 बजे लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा. माना जा रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी 7 चरणों में लोकसभा चुनाव कराए जा सकते हैं।
चुनाव आयोग ने 2019 में 10 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में देशभर में मतदान हुआ था।
नतीजे 23 मई को आए थे. चुनाव आयोग के तारीखों का ऐलान करते हुए देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार के सामान्य कामकाज में महत्वपूर्ण बदलाव आ जाएगा।
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कितने चरणों में हो सकते हैं चुनाव?
माना जा रहा है कि इस बार लोकसभा चुनाव 7-8 चरणों में हो सकते हैं. 2019 में चुनाव आयोग ने 7 चरणों में चुनाव कराए थे. जबकि 2014 में 7 अप्रैल 2014 से 12 मई 2014 के मध्य 9 चरणों में चुनाव हुए थे. जबकि नतीजे 16 मई को आए थे।
क्या होती है आदर्श आचार संहिता?
चुनाव आयोग स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए संवैधानिक अधिकार के तहत आदर्श आचार संहिता लागू करती है।
इसके तहत राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए कुछ मानदंड तय किए जाते हैं. आचार संहिता का उद्देश्य सभी के लिए समान अवसर तैयार करना है।
आचार संहिता लागू होने के बाद क्या क्या बदल जाएगा?
आचार संहिता लागू होने के बाद सरकारी योजना की घोषणा या फिर शिलान्यास पर रोक रहेगी।
- लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद सरकारी अधिकारियों को छोड़कर कोई भी शिलान्यास या किसी भी प्रकार की परियोजनाओं या योजनाओं को शुरू नहीं कर सकता।
- आचार संहिता के दौरान चुनावी प्रक्रिया से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी अधिकारियों/कर्मचारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग पर रोक रहेगी. केवल चुनाव आयोग की इजाजत पर अधिकारियों की ट्रांसफर पोस्टिंग हो सकती है।
- पार्टी की उपलब्धियों के विज्ञापन सरकारी खर्च पर नहीं दे सकते।
2019 में कब हुआ था तारीखों का ऐलान
चुनाव आयोग ने पिछली बार 10 मार्च को लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था. इस बार 16 मार्च यानी पिछले साल की तुलना में 6 दिन देरी से चुनाव तारीखों का ऐलान हो रहा है।
पिछली बार कितने चरण में चुनाव हुए थे
2019 में 11 अप्रैल से 19 मई तक 7 चरणों में देशभर में मतदान हुआ था. वहीं, 2014 में 7 अप्रैल 2014 से 12 मई 2014 के मध्य 9 चरणों में वोटिंग हुई थी।
कब किस राज्य में चुनाव हुए थे?
पहला चरण : 11 अप्रैल को पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदान हुआ था. 11 अप्रैल 2019 को आंध्र प्रदेश (सभी 25 सीटें), अरुणाचल प्रदेश (2), असम ( 5), बिहार (4), छत्तीसगढ़ (1 ), जम्मू-कश्मीर(2), महाराष्ट्र (7), मणिपुर (1) मेघालय (2), मिजोरम (1), नगालैंड (1), ओडिशा (4), सिक्किम (1), तेलंगाना(17), त्रिपुरा (1), उत्तर प्रदेश (8), उत्तराखंड (5), पश्चिम बंगाल (2), अंडमान एवं निकोबार(1), लक्षद्वीप(1) में मतदान हुआ था।
दूसरा चरण : 18 अप्रैल को 13 राज्यों की 97 सीट पर मतदान हुआ था. इस दिन असम (5), बिहार (5), छत्तीसगढ (3), जम्मू-कश्मीर (2), कर्नाटक (14), महाराष्ट्र (10), मणिपुर (1), ओडिशा (5), तमिलनाडु (39), त्रिपुरा (1), उत्तर प्रदेश (8), पश्चिम बंगाल (3), पुदुच्चेरी (1) में वोटिंग हुई थी।
तीसरा चरण : 23 अप्रैल को 14 राज्यों की 115 सीट पर मतदान हुआ था. इस दिन असम (4), बिहार (5), छत्तीसगढ़ (7), गुजरात (26), गोवा (2), जम्मू-कश्मीर (1)*, कर्नाटक (14), केरल (20), महाराष्ट्र (14), ओडिशा (6), उत्तर प्रदेश (10), पश्चिम बंगाल (5), दादर एवं नगर हवेली (1) , दमन एवं दीव (1) सीट पर मतदान हुआ था।
चौथा चरण : 29 अप्रैल को 9 राज्य की 71 सीटों पर मतदान हुआ था. इस दिन बिहार (5), जम्मू-कश्मीर (1)*, झारखंड (3), मध्य प्रदेश (6), महाराष्ट्र (17), ओडिशा (6), राजस्थान (13), उत्तर प्रदेश (13), पश्चिम बंगाल (8)में वोट डाले गए थे।
पांचवां चरण : 6 मई को 7 राज्यों की 51 सीट पर वोटिंग हुई थी. इस दिन बिहार (5), जम्मू-कश्मीर (2)*, झारखंड (4), मध्य प्रदेश (7), राजस्थान (12), उत्तर प्रदेश (14), पश्चिम बंगाल (7) में मतदान हुआ था।
छठवां चरण : 12 मई को 7 राज्यों की 59 सीट पर मतदान हुआ था. इस दिन बिहार (8), हरियाणा (10), झारखंड (4), मध्य प्रदेश (8), उत्तर प्रदेश (14), पश्चिम बंगाल (8), दिल्ली (7) की सीटों पर मतदान हुआ था।
सातवां चरण : 19 मई को 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान हुआ था. इस दिन बिहार (8), झारखंड (3), मध्य प्रदेश (8), पंजाब (13),पश्चिम बंगाल (9), चंडीगढ़ (1), उत्तर प्रदेश (13), हिमाचल प्रदेश (4) पर मतदान हुआ था।
2019 में कितने वोटर थे?
2019 के लोकसभा चुनाव में 90 करोड़ वोटर थे. हालांकि, इनमें से 67.11 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया था. इनमें से 46.8 करोड़ पुरुष और 43.2 करोड़ महिला वोटर थीं।
2014 की तुलना में 2019 में 8.4 करोड़ मतदाता बढ़े थे. इनमें से 1.5 करोड़ मतदाता 18 से 19 साल का था. 2014 में 81 करोड़ वोटर थे।
2019 में क्या नतीजे थे?
2019 लोकसभा चुनाव में NDA को 351, जबकि यूपीए को 90 सीटों पर जीत मिली थी. बीजेपी ने अकेले इस चुनाव में 303 सीटों पर जीत हासिल की थी।
जबकि कांग्रेस को 52 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि टीएमसी ने 22 सीटों पर जीत हासिल की थी. पिछले चुनाव में शिवसेना NDA में शामिल थी, तब पार्टी ने 18 सीटों पर जीत हासिल की थी।
वहीं नीतीश की जदयू को 16 सीटों पर जीत मिली थी. तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी डीएमके ने 23 सीटों पर जीत हासिल की थी।