उत्तराखंड: प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना का सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया, सरकार ने 5 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए भी आयुष्मान कार्ड की व्यवस्था की है।
इस नए फैसले के तहत, उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा आईडी कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, यह निर्णय आयुष्मान भारत योजना के तहत अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुरक्षा की अनुभूति दिलाने के लक्ष्य से लिया गया है।
आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत, प्रदेश में आयुष्मान कार्ड और आभा आईडी बनाने के कार्य में तेजी लाई जा रही है। इससे न केवल सरकारी अस्पतालों में बल्कि कई प्राइवेट अस्पतालों में भी आयुष्मान कार्ड मान्य होगा।
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मुफ्त में सैकड़ों जांचें और इलाज भी उपलब्ध हैं, जैसे कि ब्लड टेस्ट, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, मलेरिया बुखार, HIV, बच्चेदानी की सर्जरी, मोतियाबिंद, हर्निया, पाईल्स, हृदय रोग और टीबी जैसी बीमारियों का इलाज मुफ्त में किया जा सकता है।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने के लक्ष्य को मजबूती से साकार किया जा रहा हैं, अब ज्यादा से ज्यादा लोग आयुष्मान भारत योजना के फायदे से लाभान्वित हो सकेंगे।
यह नया फैसला सामाजिक न्याय और स्वास्थ्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस निर्णय से अब तक उत्तराखंड में 62 लाख लोगों का आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट यानी आभा आईडी बनाई गई है, सरकारी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस योजना के अंतर्गत अब तक 9 लाख 11 हजार मरीजों का इलाज किया गया है।
इस इलाज के लिए सरकार ने करीब 1,720 करोड़ रुपए का खर्च किया है।
आयुष्मान भारत योजना ने उत्तराखंड में गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का एक नया माध्यम प्रदान किया है।
इस योजना के तहत, उन्हें मुफ्त में उच्च-स्तरीय चिकित्सा सेवाएं प्राप्त करने का अवसर मिलता है, जिससे उनकी आर्थिक दशा प्रभावित नहीं होती है।
सरकार की इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ावा मिलेगा और साथ ही उत्तराखंड के लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा में सुधार होगा।