विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा भवन में हंगामा करने पर निलंबित किए गए कांग्रेसी विधायकों के निलंबन को निरस्त कर दिया।
यह फैसला उनके व्यवस्था के प्रश्न के अंतर्गत उठाए गए मांग के बाद आया है।
मानसून सत्र के दौरान हंगामा: इसी वर्ष मार्च में बजट सत्र के दौरान कांग्रेस विधायकों ने विशेषाधिकार हनन के विषय पर पीठ के समक्ष हंगामा किया था।
कांग्रेस के विधायकों ने कार्यसूची व विधेयकों की प्रतियां फाड़ीं और पीठ की तरफ उछाली।
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प्रभारी सचिव विधानसभा की टेबल को पलटने का प्रयास किया गया और माइक भी तोड़ा गया।
इसके बाद उनके 15 दिन के निलंबन का आलंब है।
सदन में मौजूद कांग्रेस के सभी 15 सदस्यों को दिनभर के लिए निलंबित कर दिया था।
इसके बाद कांग्रेसी विधायकों ने इसे नियम के विपरीत बताते हुए निलंबन वापस लेने की मांग की, जिसे तब पीठ ने अस्वीकार कर दिया था।
बुधवार को देहरादून में चल रहे मानसून सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस के विधायक प्रीतम सिंह ने व्यवस्था के प्रश्न के रूप में इस विषय को उठाया।
उन्होंने कहा कि निलंबन को लेकर विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के नियमों का पूरी तरह पालन नहीं हुआ।
उन्होंने निलंबन को अवैधानिक बताते हुए इसे निरस्त करने की मांग की।
इस पूरे मामले को सुनने के पश्चात विधानसभा अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायकों के निलंबन को निरस्त करने की घोषणा की।