मायावी हिम तेंदुए की दुर्लभ दृष्टि इंगित करती है कि इस क्षेत्र में संरक्षण के प्रयास फल दे रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान 35 से अधिक हिम तेंदुओं का घर है।
राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन ने केदारताल, गौमुख ट्रैक और भैरोंघाटी क्षेत्रों में नेलोंग घाटी में 40 कैमरा ट्रैप लगाए हैं।
एक अप्रैल को पार्क के गेट जनता के लिए खुलने के बाद इन कैमरों को हटा दिया जाएगा।
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हाल ही में बीआरओ के एक अधिकारी ने पागलनाला के पास टहलते हुए एक हिम तेंदुए को अपने कैमरे में कैद किया। गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान के कपाट एक अप्रैल को खुलेंगे।
इसके बाद कैमरे के ट्रैप हटा दिए जाएंगे।
इनसे सर्दियों के दौरान यहां हिम तेंदुओं और अन्य वन्य जीवों की गतिविधियों की जानकारी मिलने की उम्मीद है।
पार्क क्षेत्र में हिम तेंदुआ, नीली भेड़, काला भालू, भूरा भालू, लाल लोमड़ी, हिमालयन मोनाल, हिमालयी थार, कस्तूरी मृग और अन्य वन्यजीव भी पाए जाते हैं।
गंगोत्री रेंज के रेंजर प्रताप सिंह पंवार ने बताया कि बीआरओ के एक मेजर ने कब्जा कर लिया है।
उसके कैमरे पर हिम तेंदुए की गतिविधि।
इससे पता चलता है कि पार्क क्षेत्र हिम तेंदुओं और अन्य जानवरों के लिए सुरक्षित है।
उनका उल्लेख करना प्रासंगिक है कि वन विभाग के अनुमान के अनुसार 2022 में उत्तराखंड में हिम तेंदुओं की संख्या पिछले पांच वर्षों में 86 से बढ़कर 121 हो गई है।