जोशीमठ में पहले दिन शुक्रवार को तीन प्रभावितों को 63.20 लाख की धनराशि बांटी गई है।
जोशीमठ के सुनील वार्ड के दो तथा सिंहधार के एक प्रभावित को एसडीएम कुमकुम जोशी ने चेक सौंपे है।
मुआवजा देने से पहले लोक निर्माण विभाग की तकनिकी टीम ने भवनों का मूल्यांकन कर भवन स्वामियों से शपथ पत्र भरवाएं है।
इस मुआवजा नीति के तहत प्रभावितों को राहत चेक बांटने का काम शुरू किया गया है।
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जोशीमठ निवासियों को दो महीने के इंतजार के बाद प्रदेश सरकार की ओर से घोषित मुआवजा नीति के तहत प्रभावितों को राहत चेक बांटने का काम शुरू किया गया है।
जोशीमठ नगर में दरार आने के कारण 868 भवनों को चिन्हित किया गया है, इन भवनों में 181 असुरक्षित क्षेत्र में हैं।
इसके चलते प्रशासन की ओर से 217 परिवारों के 810 सदस्यों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है।
इसके कारण प्रभावित लंबे समय से मुबावजे की मांग कर रहे थे।
एसडीएम जोशी ने बताया कि पहले दिन सिंहधार वार्ड के सूबेदार मेजर मगलू लाल को 31 लाख 20 हजार 50 रुपये, सुनील वार्ड के बलदेव सिंह पंवार को 16 लाख 234 रुपये और कृष्णा पंवार को 16 लाख 234 रुपये का चेक दिया गया है।
जोशीमठ के तहसीलदार रवि शाह ने बताया कि प्रभावित तहसील में शपथ पत्र भरकर अपना मुआवजा ले सकते है।
प्रशासन की ओर के प्रभावितों के अभिलेखों का सत्यापन एवं मूल्यांकन तेजी से किया जा रहा है।
शीघ्र ही अन्य प्रभावितों को भी पुर्नवास पैकेज के तहत मुआवजा धनराशि का वितरण किया जाएगा।
जोशीमठ में पद यात्रियों ने बडी परियोजनाओं के प्रति किया आगाहः
जोशीमठ बचाने के लिए देहरादून तक पदयात्रा निकाल रहे युवा शुक्रवार को अपने दूसरे पड़ाव पर चमोली पहुंचे, और इस दौरान उन्होंने पीपलकोटी, गडोरा, मायापुर, बिरही क्षेत्रपाल में स्थानीय निवासियों को जोशीमठ में आई आपदा को लेकर बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं के प्रति आगाह रहने को कहा है।
जोशीमठ के नौ युवाओं के समर्थन में स्थानीय निवासियों ने भी पद यात्रा में भाग लेकर उनका मनोबल बढ़ाया है।
इसी दौरान पद यात्रियों ने जोशीमठ की तबाही के लिए जल विद्युत परियोजना की टनल को जिम्मेदार बताया है।
जोशीमठ में दूसरी ओर जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति का तहसील में धरना जारी रहा है।