मुख्यमंत्री ने मंगलवार को अपने आवास पर आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में ये बातें कहीं।
साथ ही सभी मंत्री अपने संबंधित विभागों को प्राप्त औद्योगिक निवेश प्रस्तावों की तत्काल समीक्षा करें। अगले छह माह की अवधि में एक बड़ी संख्या में निवेश प्रस्तावों को जमीन पर उतारते हुए शिलान्यास समारोह (ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी) का आयोजन करना है।
उन्होंने कहा कि आमजनता को बताया जाए कि यह निवेश सम्मेलन किस प्रकार उत्तर प्रदेश को देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बनाने वाला है।
युवाओं के लिए सृजित हो रहे नौकरी-रोजगार के मौके के बारे में उन्हें जानकारी दें।
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उन्होंने कहा कि कैबिनेट की बैठकें जनहित की नीतियों का सबसे महत्वपूर्ण और औपचारिक माध्यम हैं।
आने वाले दिनों में कैबिनेट की बैठकें राजधानी लखनऊ के अलावा अन्य महत्वपूर्ण नगरों में भी आयोजित की जाएंगी।
समिट व जी-20 में सबने टीम वर्क के रूप में काम किया मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश ने निवेशक सम्मेलन और जी-20 के कार्यक्रम की सफलतापूर्वक मेजबानी की है। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 40 देशों से अतिथियों का आगमन हुआ तो जी-20 में हमारे मित्र राष्ट्रों सहित 36 देशों के प्रतिनिधियों की सहभागिता हो रही है।
दोनों कार्यक्रम के आयोजन में हमारे मंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों की बड़ी भूमिका रही।
एक बेहतर टीमवर्क के साथ सभी ने काम किया। यह दोनों कार्यक्रम अनुशासन और सुशासन के प्रतिबिंब बने हैं।
इन सफल आयोजनों ने पूरी दुनिया में एक नए उत्तर प्रदेश को पहचान दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति की प्रेरणा से व प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप वैश्विक निवेशक सम्मेलन आशातीत सफलता प्राप्त करने वाला रहा। 10 हजार निवेशक एक साथ एक परिसर में उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए उपस्थित हुए।
33 लाख 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के औद्योगिक निवेश वाली यह इन्वेस्टर्स समिट ने देश में एक रिकॉर्ड बनाया है।
बुंदेलखंड और पूर्वांचल जैसे विकास में पिछड़े क्षेत्रों में रिकॉर्ड औद्योगिक निवेश आया है।
समिट की यह सफलता उत्तर प्रदेश को देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का मार्ग प्रशस्त करने वाली होगी।
इस सम्मेलन से पहले सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारियों के विश्वविद्यालयों में दौरे की रिपोर्ट तैयार कराई जाए।