उत्तराखंड में देर रात 33 IAS और 24 PCS अफसरों के ट्रांसफर : उत्तराखंड में प्रशासनिक स्तर पर एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सरकार ने देर रात एक अहम निर्णय लेते हुए 33 आईएएस और 24 पीसीएस अधिकारियों के ट्रांसफर कर दिए। इस प्रकार कुल 57 अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है। ये ट्रांसफर दो अलग-अलग आदेशों के माध्यम से किए गए हैं और सभी को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्देश दिया गया है। इससे प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था में नई जिम्मेदारियों और कार्यप्रणाली को लेकर हलचल मच गई है।
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इन ट्रांस्फरो में सबसे उल्लेखनीय नाम 1992 (बानबे) बैच के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्य सचिव आनंद बर्धन का है। उनसे जलागम विभाग का प्रभार वापस ले लिया गया है और यह जिम्मेदारी अब 2003 बैच के अधिकारी दिलीप जावलकर को दी गई है। दिलीप जावलकर अभी तक वित्त, निर्वाचन और सहकारिता विभागों के सचिव थे। अब उन्हें सहकारिता विभाग से मुक्त कर दिया गया है ताकि वे जलागम विभाग की नई जिम्मेदारी अच्छे से संभाल सकें। भारतीय वन सेवा के अधिकारी पराग मधुकर धकाते, जो पहले जलागम विभाग के प्रमुख थे, को इस पद से हटाकर Minority Welfare Department का विशेष सचिव बनाया गया है।
इससे स्पष्ट है कि सरकार ने जलागम विभाग को लेकर रणनीतिक दृष्टिकोण से कुछ नई योजनाएं बनाई हैं, जिन्हें नए अधिकारियों के माध्यम से क्रियान्वित किया जाएगा।जिलास्तर पर भी बड़े बदलाव किए गए हैं। पौड़ी गढ़वाल के जिलाधिकारी आशीष कुमार चौहान का भी ट्रांसफर कर दिया गया है। अब वे उत्तराखंड सिविल एविएशन डेवलपमेंट अथॉरिटी के निदेशक होंगे और साथ ही उन्हें खेल और युवा कल्याण विभाग की भी जिम्मेदारी दी गई है। उनकी जगह 2012 बैच की आईएएस अधिकारी स्वाती एस भदौरिया को पौड़ी गढ़वाल का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है।
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स्वाती इससे पहले राज्यपाल की अपर सचिव होने के साथ-साथ भाषा, तकनीकी शिक्षा और सिंचाई विभाग की जिम्मेदारी निभा रही थीं।स्वाती के स्थान पर 2013 बैच की अधिकारी रीना जोशी को राज्यपाल की अपर सचिव नियुक्त किया गया है। इन सभी बदलावों से यह संकेत मिलता है कि सरकार राज्य में प्रशासनिक कार्यों में नई ऊर्जा और दक्षता लाने की दिशा में गंभीर है। यह फेरबदल आने वाले महीनों में प्रदेश की योजनाओं और विकास परियोजनाओं की गति को प्रभावित कर सकता है।